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शहीद राज्य आंदोलनकारी गंभीर सिंह की मूर्ति को 18 साल बाद भी उद्घाटन का इंतजार

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Published : Nov 10, 2022, 11:07 AM IST

उत्तराखंड आंदोलन में शहीद टिहरी के गंभीर सिंह कठैत की प्रतिमा का 18 साल बाद भी उद्घाटन नहीं हुआ है. उत्तराखंड आंदोलन के दौरान गंभीर सिंह कठैत मशाल जुलूस निकालते समय झुलस गए थे. इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी. तिवारी सरकार ने उन्हें शहीद का दर्जा दिया था.

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टिहरीः उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी शहीद गंभीर सिंह कठैत (Shaheed Gambhir Singh Kathait) की मूर्ति का 18 साल बाद भी उद्घाटन नहीं हुआ (Statue of Gambhir Singh Kathait not inaugurated) है. बता दें कि उत्तराखंड आंदोलन के दौरान कई लोग शहीद हुए. उनमें से नई टिहरी के रहने वाले गंभीर सिंह कठैत भी उत्तराखंड आंदोलन के दौरान मशाल जुलूस निकालते समय झुलस गए थे. काफी प्रयत्न करने के बाद भी गंभीर सिंह कठैत को नहीं बचाया जा सका था और वह शहीद हो गए थे.

तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी सरकार ने गंभीर सिंह कठैत को शहीद का दर्जा दिया. इसके बाद नई टिहरी के बौराड़ी साईं चौक में शहीद गंभीर सिंह कठैत के नाम से पार्क (Shaheed Gambhir Singh Kathait Park) बनाया गया. उस पार्क में गंभीर सिंह की मूर्ति स्थापित की गई. परंतु 18 साल बीत जाने के बाद भी पार्क और मूर्ति का उद्घाटन नहीं हो पाया है.
ये भी पढ़ेंः 'उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड जरूर करेंगे लागू, UCC प्रदेशहित में जरूरी'

शहीद की मां रामेश्वरी देवी का कहना है कि साल 2004 से वह न्याय के लिए भटक रही हैं. उनका कहना है कि बौराड़ी में गंभीर सिंह कठैत के स्मारक पर शहीद लिखा गया है. लेकिन जिला प्रशासन की कमेटी ने अभी तक इसका उद्घाटन नहीं किया. इसके लिए परिवार शासन प्रशासन व नगर पालिका से कई बार अनुरोध कर चुका है. लेकिन किसी ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया.

टिहरीः उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी शहीद गंभीर सिंह कठैत (Shaheed Gambhir Singh Kathait) की मूर्ति का 18 साल बाद भी उद्घाटन नहीं हुआ (Statue of Gambhir Singh Kathait not inaugurated) है. बता दें कि उत्तराखंड आंदोलन के दौरान कई लोग शहीद हुए. उनमें से नई टिहरी के रहने वाले गंभीर सिंह कठैत भी उत्तराखंड आंदोलन के दौरान मशाल जुलूस निकालते समय झुलस गए थे. काफी प्रयत्न करने के बाद भी गंभीर सिंह कठैत को नहीं बचाया जा सका था और वह शहीद हो गए थे.

तत्कालीन मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी सरकार ने गंभीर सिंह कठैत को शहीद का दर्जा दिया. इसके बाद नई टिहरी के बौराड़ी साईं चौक में शहीद गंभीर सिंह कठैत के नाम से पार्क (Shaheed Gambhir Singh Kathait Park) बनाया गया. उस पार्क में गंभीर सिंह की मूर्ति स्थापित की गई. परंतु 18 साल बीत जाने के बाद भी पार्क और मूर्ति का उद्घाटन नहीं हो पाया है.
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शहीद की मां रामेश्वरी देवी का कहना है कि साल 2004 से वह न्याय के लिए भटक रही हैं. उनका कहना है कि बौराड़ी में गंभीर सिंह कठैत के स्मारक पर शहीद लिखा गया है. लेकिन जिला प्रशासन की कमेटी ने अभी तक इसका उद्घाटन नहीं किया. इसके लिए परिवार शासन प्रशासन व नगर पालिका से कई बार अनुरोध कर चुका है. लेकिन किसी ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया.

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